हम सबको पता है कि इस पूरे सृष्टि यानी इस संसार की उत्पत्ति प्रभु महादेव जी के द्वारा किया गया है महादेव के द्वारा ही त्रिलोक के पिता विष्णु जी और ब्रह्मा जी की भी उत्पत्ति हुई है लेकिन हमेशा लोगों के जहां में यह सवाल रहता है कि महादेव की उत्पत्ति कहां से हुई है आज तक इसका जवाब किसी के पास नहीं है कि महादेव की उत्पत्ति कैसे हुई है, कई शास्त्रों में इसके कुछ साक्ष्य प्राप्त है जिसके अनुसार यह बताया गया है कि त्रिलोकपति महादेव जी की उत्पत्ति कैसे हुई है लेकिन यह केवल एक धार्मिक ग के अनुसार कहा जा सकता है इस बात में कितनी सच्चाई है यह भगवान ही जानते हैं।
कैसे हुई महादेव की उत्पत्ति?
महादेव की उत्पत्ति कैसे हुई है इस बात का साक्षात तो शायद ही किसी के पास होगा क्योंकि महादेव को आदि और अनंत इसीलिए कहा जाता है क्योंकि यह कोई नहीं जानता कि उनकी उत्पत्ति कैसे हुई है और उनका अंत कैसे होगा , और अगर हम महादेव के परिवार की बात करें तो महादेव के पूरे परिवार की पूजा विश्व भर में की जाती है माता पार्वती के नौ रूपों की पूजा साथ ही विघ्नहर्ता गणेश और कार्तिकेय की पूजा भी भारत के लगभग सभी राज्यों में की जाती है लेकिन वही अगर हम इस बात को देखें तो कहीं ना कहीं हमेशा हमारे मन में यह सवाल रहता है कि महादेव जी की उत्पत्ति कैसे हुई होगी,
और साथ ही इस बात पर भी हमेशा प्रश्न उठता है कि उनके माता-पिता कौन हैं तो शिव महापुराण में उनके माता-पिता के बारे में जिक्र किया गया है उसमें बताया गया है कि एक समय ऐसा था जब भगवान विष्णु और ब्रह्मा के बीच में इस बात पर जंग छिड़ गई की इस ब्रह्मांड की उत्पत्ति हमने की है इसका आदि और अनंत हम है और इन दोनों के इस झगड़े को सुलझाने के लिए सदाशिव यानी की जिन्होंने इस ब्रह्मांड की उत्पत्ति की है वह प्रकट हुए और उन्होंने कहा कि पुत्रों तुम दोनों ही मेरे पिता हो और मैं ही शिव को भेजा है इस ब्रह्मांड के देखरेख के लिए और उसी की सहायता से तुम दोनों की उत्पत्ति भी हुई है, तो अगर हम महाशिवपुराण की इस कथा को देखें और इस बात को माने तो इस अनुसार महादेव के पिता महाशिव तथा माता अष्टांगी देवी है, परंतु यह मात्र धार्मिक साक्ष के अनुसार और कथाओं के अनुसार कहा जाता है इसमें कितनी सच्चाई है यह हम नहीं जानते और ना ही हम इस बात का दावा करते हैं कि यही महादेव के माता-पिता थे क्योंकि सभी जानते हैं कि महादेव की उत्पत्ति कैसे हुई यह हमेशा से लोगों के जहां में एक सवाल ही बनकर रहा है और शायद हमेशा रहेगा।